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Sunday 27 April 2014

तेरी आदयें मेरे दिल को सता गयी,
हौले से मेरे दिल में तुम समा गयी,

आती हो ख्वाबों में मेहबूबा बनकर,
ऐसे ही आ जाओ मेरी हमनवा बनकर,

मोहब्बत हो जाये तुम्हे मुझसे,
जियूँ में तेरे संग अब हरपल,

काश हो जाये मुझपे उसके करम
और हो ये ज़िन्दगी तेरी बाँहों में ख़तम …


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